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आदिवासी नेता भगत ने कहा- भाजपा मुझे गोली मरवा दें

आदिवासी नेता भगत ने कहा- भाजपा मुझे गोली मरवा दें

रायपुर.छत्तीसगढ़ से कांग्रेस के वरिष्ठ और प्रमुख आदिवासी नेता अमरजीत भगत भी हाल के दिनों में आयकर विभाग की छापामार कार्रवाई का शिकार हुए हैं. सोमवार को मीडिया से चर्चा के दौरान भगत ने कहा है कि वे कांग्रेस में है और आदिवासी समुदाय से आते हैं इसलिए उन्हें मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया गया.भगत ने कहा कि देश की राष्ट्रपति आदिवासी हैं और छत्तीसगढ़ में सीएम भी आदिवासी है बावजूद इसके एक आदिवासी नेता पर अत्याचार हो रहा है मगर दोनों देख रहे हैं.भगत ने कहा कि आदिवासी ईमानदार होता है कभी गलत काम नहीं करता.अगर आदिवासी होना अपराध है और भाजपा को आदिवासी वर्ग के नेता से इतनी ही चिढ़ है तो मुझे गोली मरवा दें.

भगत ने कहा कि झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर इतना अधिक दबाव डाला गया कि उन्हें इस्तीफा देना पड़ा. उन्हें जेल में डाल दिया गया. जिस दिन हेमंत सोरेन से इस्तीफा लिया जा रहा था उसी रोज मेरे घर भी छापामार कार्रवाई की गई. यह महज संयोग नहीं है बल्कि आदिवासी नेतृत्व को बदनाम करने की गंभीर साजिश है. भाजपा नहीं चाहती है कि वंचित वर्ग के लोग नेतृत्व करें इसलिए हर जगह और हर राज्य में गैर भाजपाई नेताओं को साजिश के तहत फंसाया जा रहा है.

भगत ने कहा कि भाजपा केंद्र सरकार के माध्यम से केंद्रीय एजेंसियों पर दबाव डालकर विपक्षी दलों के नेताओं को जान-बुझकर परेशान कर रही है. विपक्ष के नेताओं को राजनीतिक तौर पर परेशान और बदनाम करना भाजपा का खास शगल बन गया है. यह किसी से छिपा नहीं है कि छत्तीसगढ़ में चुनाव के पहले कैसे मुख्यमंत्री के करीबी लोगों के यहां केंद्रीय एजेंसियों ने तांडव किया था. मुझे राहुल गांधी की यात्रा का संयोजक बनाया गया था. भाजपा नहीं चाहती कि राहुल गांधी की यात्रा सही ढंग से हो पाए इसलिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल किया गया. इधर लोकसभा का चुनाव सामने है. इस वजह से भी छत्तीसगढ़ सहित देश के अनेक राज्यों के विपक्षी दलों के नेताओं को निशाने पर लिया जा रहा. भगत ने मीडिया को जानकारी दी कि आईटी की छापामार कार्रवाई के दौरान उनको और उनके परिजनों को मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया गया.रोजमर्रा के दैनिक कामों को भी नहीं करने दिया गया.आईटी के लोगों ने मेरे निजी सचिव से बेहूदा व्यवहार किया. हमारे घर से कुछ भी अघोषित नहीं मिला. जो मिला वह हमारे रिकार्ड में है जिसे हमने पहले ही घोषित कर रखा था. भगत ने कहा कि सबको पता है कि हमने जन सहयोग से एक मंदिर का निर्माण करवाया है. अब भाजपा को मंदिर निर्माण का भी हिसाब चाहिए. मुझसे पूछा जा रहा है कि मंदिर कैसे बना ?

 

 

 

 

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