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छत्तीसगढ़ में साय सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक के बाद जनता में निराशा

छत्तीसगढ़ में साय सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक के बाद जनता में निराशा

रायपुर. छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की साय सरकार ने गुरुवार को कैबिनेट की पहली बैठक तो ली...लेकिन बैठक में लिए गए फैसलों के बाद जनता में निराशा में गहन निराशा छा गई है.यह कहना है प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला का.एक पत्रवार्ता में उन्होंने कहा कि फिलहाल प्रदेश में में धान खरीदी प्रारंभ है. चुनाव के दरम्यान भाजपा ने वादा किया था कि प्रत्येक किसान से 31 सौ रुपए के भाव से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी की जाएगी. इसके अलावा भाजपा ने यह वादा भी किया था धान खरीदी केन्द्रों और गांव में ही एकमुश्त नगद भुगतान किया जाएगा, लेकिन कैबिनेट की बैठक में इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया. यह एक ऐसा विषय है जिसमें तुरंत निर्णय लेने की आवश्यकता है.

 

संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने एक बार फिर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा के वायरल हो चुके वीडियो का ज़िक्र किया. उन्होंने कहा कि विजय शर्मा सहित कई भाजपा नेताओं ने किसानों का दो लाख रुपए तक तक क़र्ज़ माफ़ करने का वादा भी किया था, लेकिन इस वादे के बारे में भी कोई फैसला नहीं लिया गया. उल्टा किसानों से लिकिंग में क़र्ज़ की वसूली प्रारंभ कर दी गई है. कर्ज माफी पर तुरंत आदेश की जरूरत है ताकि किसानों से वसूली बंद सकें.

 

सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा ने चुनाव के दरम्यान 70 लाख से अधिक माताओं-बहनों से फार्म भरवाकर यह वादा किया था कि सरकार बनते ही उन्हें एक हज़ार रुपए प्रति माह दिया जाएगा.सरकार को महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को 12 हजार रुपए की जो धनराशि देनी है उस पर भी कैबिनेट में कोई फैसला नहीं लिया गया. इसके साथ ही पांच सौ रुपए में गैस सिलेंडर दिए जाने को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई.

 

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष ने कहा कि कैबिनेट की पहली ही बैठक के बाद से यह लगने लगा है कि भाजपा वादा खिलाफी के लिए जमीन तैयार करने में लग गई है.

चुनाव दरम्यान मोदी की गारंटी लागू करने का वायदा किया था.अब कहा जा रहा है कि पांच साल में गारंटी लागू होगी.कोई सरकार 24 घंटे में ही अपने वायदे से मुकर जाएगी इसका बड़ा उदाहरण भाजपा की सरकार ने पेश कर दिया है.

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