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बेटा... टकला हो जाने से कोई चाणक्य नहीं बन जाता !

बेटा... टकला हो जाने से कोई चाणक्य नहीं बन जाता !

तत्पुरुष

दिल्ली. पिछले पन्द्रह दिनों से महाराष्ट्र की राजनीति में जो कुछ घटा और घट रहा है उससे जनता की व्यंग्य करने की क्षमता में काफी इजाफा हो गया है. एनसीपी नेता अजित पवार के पाला बदलने और फ्लोर टेस्ट से पहले ही देवेंद्र फड़णवीस के इस्तीफे के बाद सोशल मीडिया में भाजपा और उसके कथित चाणक्य की जमकर थू-थू हो रही है.

छत्तीसगढ़ की विधानसभा में मंगलवार को संविधान दिवस के मौके पर संविधान की रक्षा को लेकर पक्ष-विपक्ष के सभी सदस्यों ने हिस्सेदारी दर्ज की. सदन में अपने भाषण के कुछ देर बाद ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्विवटर में लिखा- चाणक्य ने नंदवंश का नाश करके चंद्रगुप्त मौर्य को राजा बनाया था न कि चंद्रगुप्त मौर्य को राजा बनाने के लिए नंदवंश का नाश किया. जो चाणक्य... जासूसी, खरीद-फरोख्त और डराने-धमकाने से नहीं बल्कि राजनीति, अर्थनीति और समाजनीति से बना करते हैं. अब असली चाणक्य देश की जनता है. मुख्यमंत्री के इस ट्विवट के बाद लोगों को यह समझते देर नहीं लगी कि उनका इशारा किस तरफ है. एक ट्विटर यूजर राकेश पवंदा ने चाणक्य की तस्वीर को चस्पा करते हुए लिखा है- बेटे... सिर्फ टकला हो जाने से कोई चाणक्य नहीं बन जाता है.

सौ सुनार की एक पवार की

कांग्रेस नेता आरपी सिंह ने फेसबुक पर लिखा है- अजीत पवार ने इस्तीफा दिया तो चाणक्य तेल लेने चला गया. भाजपा के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के करीबी देवेंद्र गुप्ता ने लिखा- तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे पर मामला बिल्कुल सीधा निकला. एक बड़ी सीख है- जल्दबाजी में लिया गया कोई भी निर्णय आपको देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार बना सकता है. किसान नेता राजकुमार गुप्ता की टिप्पणी हैं- अलोकतांत्रिक ढंग से सत्ता हड़पने के षड़यंत्र को ध्वस्त करके महाराष्ट्र ने बता दिया है वह सचमुच महाराष्ट्र है. गजालक्ष्मी नारायणी ने फेसबुक पर एक तस्वीर पोस्ट की है जिसमें लिखा है- सौ सुनार की होती है तो एक पवार की होती है. एमडी अली चिश्ती लिखते हैं- चोर-उच्चके-तड़ीपार को लोगों ने चाणक्य-चाणक्य कहके चढ़ा दिया था. असली चाणक्य तो कोई और ही निकला. उन्होंने शरद पवार की अभिताभ शैली वाली तस्वीर पोस्ट की है जिसमें लिखा है- जहां सबकी खत्म होती है वहां हमारी शुरू होती है... क्यों हिला डाला न? अपनी टिप्पणियों से चर्चा में रहने वाले अनिल पांडे लिखते हैं- भाजपा की गंगा में डुबकी लगाकर अब अजित पवार पवित्र होकर निकल गए हैं. आरपी सिंह की एक और मजेदार पोस्ट है. इसमें लिखा है- फडणवीस सही कहते थे- अजीत पवार भ्रष्ट है. चार विधायक दिखाकर 40 का पैसा ले गया. ट्विवटर यूजर राम पटेल ने लिखा है- चाणक्य-चाणक्य की रट और तुलना से असली चाणक्य परेशान हो गया है. भाजपा समर्थित मीडियाकर्मियों को लेकर भी सोशल मीडिया में तल्ख टिप्पणी देखने को मिली है. नहरहू ने अर्णब गोस्वामी, अंजना ओम कश्यप सहित दो अन्य एंकरों की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा है- छन्न से टूटे कोई सपना... जग सूना-सूना लागे. धमेंद्र यादव दस रुपए के नोट पर लिखा है- पहले सोनम गुप्ता बेवफा थी... अब अजित पवार बेवफा हो गए  हैं.

उठो चाणक्य की मां सब कबाडा हो गया है.

छत्तीसगढ़ के एक पत्रकार देवेश तिवारी अमोरा की भी टिप्पणी मजेदार है- उन्होंने लिखा है- सबके चाणक्य तो फूफा अजित पवार है. जो शख्स जेल भिजवाना चाहता था उसी से क्लीन चिट ले आया. दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार अंबरीश कुमार ने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा है- समस्या चैनल वालों की भी है जो धोबिया पछाड़, मास्टर स्ट्रोक और चाणक्य बनाए हुए थे. मणि वैष्णव लिखते हैं- फ्लोर टेस्ट से पहले ही देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. संविधान दिवस के दिन संविधान विरोधियों की हार हो गई है. एक टिप्पणी है- मोटा भाई गोटा पकड़ लो और पतली गली से निकल जाओ. नितिन भंसाली ने लिखा है- जब नहीं था पास में नंबर तो क्यों बनने चले थे सिकन्दर. सोशल मीडिया पर अल्ताफ ने लिखा है- अजित पवार ने कथित चाणक्य को अच्छा बेवकूफ बनाया. पहले 54 विधायकों का झूठा समर्थन दिखाया... तड़ीपार से दो हजार करोड़ का भुगतान लिया. अपने ऊपर लगे नौ केस हटवा लिए और चाणक्य को बिना कपड़ों का कर दिया. सबसे मजेदार पोस्ट मनीष सिंह की है. उन्होंने के आसिफ की पुरानी फिल्म मुगले आजम की एक फोटो डाली है. इस फोटो में दिलीप कुमार की गोद के पास जमीन पर मधुबाला आंख बंदकर लेटी हुई है. मनीष ने फोटो को देखकर लिखा है- उठो चाणक्य की मां... सब कबाड़ा हो गया है.  उनकी इस पोस्ट पर निशंत इमरान की टिप्पणी है- अब उठकर क्या करूंगी जहांपनाह....

 

 

 

 

 

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