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यह तस्वीर बदलापुर की नहीं... रायपुर की है

यह तस्वीर बदलापुर की नहीं... रायपुर की है

राजकुमार सोनी

इस तस्वीर को देखकर कई तरह के कयास लगाए जा सकते हैं और कई तरह का कैप्शन लिखा जा सकता है. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बंपर जीत और लोकसभा में हार के बाद यह तस्वीर बहुत कुछ बयां करती है.

बुधवार को प्रेस क्लब में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल भी आमंत्रित थे. ( प्रेस क्लब वालों ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और रमन सिंह को आमंत्रित किया या नहीं इसकी जानकारी नहीं है.) कार्यक्रम दोपहर तीन बजे प्रारंभ होना था, लेकिन शाम हो गई. पत्रकार साथी थक गए तो इस  बीच बृजमोहन अग्रवाल प्रेस क्लब पहुंच गए. यहां आकर उन्होंने सभी कनिष्ठ और वरिष्ठ पत्रकारों के बीच लंबा वक्त गुजारा और बताया कि अब उन्होंने हर कार्यक्रम में देर से पहुंचने की अपनी आदत में सुधार कर लिया है. उन्होंने जानकारी दी कि पहले वे हर कार्यक्रम में दो घंटे देर से पहुंचते थे, लेकिन अब एक घंटा देर से पहुंचते है.

देर शाम मुख्यमंत्री पहुंचे तो बृजमोहन अग्रवाल को देखते ही चहक उठे. दोनों के बीच पहले गर्मजोशी से मुलाकात हुई. दोनों ने कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया और मंच पर जा बैठे. कैमरे की आंख दोनों नेताओं पर जाकर टिक गई. दोनों नेता लंबे समय तक एक-दूसरे के कान में ही कुछ कहते रहे.

वैसे लोग राजनीति को कव्हर करते हैं वे जानते हैं कि दोनों के बीच क्या बात हुई होगी. प्रेस कल्ब में मौजूद एक वरिष्ठ पत्रकार का कहना था कि एक-दूसरे के कान में कोई बात तभी कहीं जाती है जब वह बेहद महत्वपूर्ण होती है. अब यह महत्वपूर्ण बात कौन सी है यह पता लगाने का काम पत्रकारों का है. वैसे वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल के बारे में एक बात प्रसिद्ध है कि देश-प्रदेश के एक-दो भाजपा नेताओं को छोड़करअमूमन सभी से उनके रिश्ते बेहतर हैं. पत्रकार भी उन्हें अपना करीबी मानते हैं. यहीं स्थिति मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ भी है. अलग-अलग दलों में रहने के बावजूद विधानसभा में दोनों नेताओं का प्रतिरोध देखते ही बनता है, लेकिन जब मिलते हैं तो कुछ अंदाज में... जैसा तस्वीर में दिख रहा है. वैसे इस तस्वीर की एक खास बात यह है कि यह बदलापुर की नहीं... रायपुर की है.

 

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