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सेक्स सीडी कांड में जिसका नाम उछला  वह अफसर घूम रहा है रमन सिंह के साथ

सेक्स सीडी कांड में जिसका नाम उछला वह अफसर घूम रहा है रमन सिंह के साथ

रायपुर. एक मंत्री की कथित सेक्स सीडी मामले में छत्तीसगढ़ में पदस्थ रहे विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी अरुण बिसेन का नाम भी जोरदार ढंग से उछला है, लेकिन इस अफसर को इन दिनों पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के साथ देखा जा रहा है. अभी हाल के दिनों में इस अफसर को विधानसभा परिसर में भी देखा गया.

गौरतलब है कि जब सन स्टार टीवी ने जनसंपर्क आयुक्त राजेश टोप्पो का स्टिंग आपरेशन किया तब वे यह कहते हुए पाए गए थे – अमन सिंह साहब का फोन आया था. वे बोल रहे थे कि बिसेन काम को संभाल नहीं पा रहा है तो तुम संभालो. राजेश टोप्पो के इस कथन के बाद ही पत्रकारों की दूसरी खेप को बैंकाक-पटाया ले जाकर सेक्स सीडी बनाने की योजना बनाई गई थीं.हालांकि पहली खेप में 10-12 पत्रकार बैंकाक-पटाया जा चुके थे जिनके बारे में अब भी यह बात हवा में तैर रही है कि वे स्टिंग आपरेशन के शिकार हो चुके हैं.

इधर हाल के दिनों में सीडी कांड के एक आरोपी कैलाश मुरारका ने कोर्ट में शपथ पत्र देकर कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री को काफी पहले से पता था कि उनकी मंत्रियों की गंदी सीडी बनाने का खेल चल रहा है. मुरारका का कहना है कि सीएम हाउस से मिले निर्देश के बाद वह मुंबई गया था तब उसे रिंकू खनूजा ने एक आडियों दिया था. इस आडियो में उद्योगपति सुरेश गोयल और किसी लवली खनूजा के बीच लेन-देन का जिक्र है. मुरारका के मुताबिक उसने आडियो की बात ओएसडी अरुण बिसेन को भी बताई थीं, लेकिन बिसेन ने विश्वास नहीं किया और 24 अगस्त 2017 को मुंबई के होटल सहारा में एक अन्य सदस्य के साथ उससे मुलाकात की थीं. वैसे सीबीआई ने जो चालान पेश किया है उसमें एक जगह अरुण बिसेन ने यह स्वीकार किया है कि वह मुरारका को जानता है. बिसेन के  पूर्व मुख्यमंत्री के साथ घूमने और साथ दिखने पर कई तरह की बातें इसलिए भी हो रही है क्योंकि कुछ समय पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री ने यह सवाल उठाया था कि कांग्रेस शुचिता की बात करती है, लेकिन जिस अफसर की जमानत याचिका खारिज हो गई है वह सीएम हाउस के आसपास घूमता है और उसके आवेदन पर सरकार एसआईटी का गठन कर देती है. राजनीतिक प्रेक्षकों का कहना है कि शुचिता की राजनीति के लिए प्रतिबद्ध रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री को अपने आसपास ऐसे व्यक्ति को फटकने नहीं देना चाहिए जिन पर गंभीर किस्म के आरोप लग रहे हो. वैसे गौर करने वाली बात यह भी है कि प्रमुख सचिव रहे अमन सिंह पर आदिवासी नेता ननकीराम सहित  कई जिम्मेदार लोगों ने गंभीर आरोप लगाए हैं. भाजपा के एक बड़े नेता ने उन्हें सुपर सीएम की उपाधि से भी नवाजा है. अमन सिंह पर लगे आरोपों के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक जगहों पर उनके साथ अपनी उपस्थिति बंद कर दी है.

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