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नक्सलियों के आगे नतमस्तक छत्तीसगढ़ की साय सरकार

नक्सलियों के आगे नतमस्तक छत्तीसगढ़ की साय सरकार

सरकार को बने दो महीने नहीं हुए और अपराध के गढ़ में बदल गया छत्तीसगढ़

लौट आया फिर से आतंक का दौर

रायपुर. 20 फरवरी. छत्तीसगढ़ में भाजपा की साय सरकार को बने हुए दो महीने भी नहीं हुए हैं लेकिन कलई खुलती जा रही है. सूबे की साय सरकार नक्सलियों के आगे नतमस्तक दिखाई देती है. आए दिन नक्सली वारदातों में इजाफा देखने को मिल रहा है.यह आरोप है प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला का.

एक बयान में उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ अपराध गढ़ बन गया है.अपराधी बेलगाम हो गए हैं. यहां आम आदमी का जीवन सुरक्षित नहीं रह गया है. अभी चंद रोज पहले दुर्ग में एक 16 वर्षीय मासूम बच्ची के गले में ब्लेड मार कर हत्या करने की कोशिश की गई. दो महीने के भीतर राजधानी में गोलीबारी की दो बड़ी घटनाएं हो गई. गृहमंत्री के गृह क्षेत्र कवर्धा में सरेआम हत्या हो गई. ऐसी ही घटना पर सांप्रदायिकता का जहर घोलने वाले भाजपाई इस घटना पर मौन साध गए.

राजधानी रायपुर से लेकर प्रदेश के सभी शहरों में लगातार हत्या, लूट, चाकूबाजी की घटनाएं बढ़ गयी है. राजधानी में सरेआम चाकू मारकर युवक की हत्या कर दी गई. एक अन्य घटना में राजधानी में ही अपराधियों ने एक युवक को दौड़ा-दौड़ा कर मौत के घाट उतार डाला. जोरा में एक व्यक्ति को गोली मार दी गई. जबकि कांकेर के पखांजूर में भाजपा नेता असीम राय की गोली मारकर हत्या कर दी गई. प्रदेश के हर शहर में चाकूबाजी, लूट की वारदातें आम हो गई. सरकार बदलते ही ऐसा लगने लगा है जैसे कानून का राज समाप्त हो गया है. शुक्ला ने कहा कि सरकार बदलते ही अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं. बेलगाम अपराधी आम लोगों की हत्या कर रहे हैं. गोलियां चल रही है. प्रदेश में एक बार फिर वहीं आतंक का दौर वापस आ गया है जो 2018 के पहले था. तब गोलियां मारकर आमजन को लूटा जाता था और अपराधी पकड़े नहीं जाते थे. भारतीय जनता पार्टी का जंगलराज फिर से कायम हो रहा है.संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा की साय सरकार नागरिकों को जीवन जीने का सुरक्षित वातावरण देने में पूरी तरह से नाकामयाब साबित हो रही है. साय सरकार अपराधियों के आगे लाचार और बेबस दिखाई दी रही है.  

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