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थप्पड़ की कपोल घटना के  जरिए मंत्री शिव डहरिया और सरकार को बदनाम करने की साजिश

थप्पड़ की कपोल घटना के जरिए मंत्री शिव डहरिया और सरकार को बदनाम करने की साजिश

रायपुर. पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया और कुछ तथाकथित मुख्यधारा के समाचार पत्रों में यह खबर प्रचारित और प्रसारित हो रही थीं कि छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री शिव कुमार डहरिया ने पानी की मांग करने वाले एक युवक को थप्पड़ जड़ दिया है. इस बारे में मंत्री डहरिया का कहना है कि एक पुराने वीडियो को वायरल कर जन सामान्य के बीच झूठी खबर प्रचारित करने की साजिश रची गई है. मंत्री ने एक पत्रकारवार्ता में साफ किया कि दिनांक 9 जनवरी 2022 को ग्राम रीवां में आयोजित भूमिपूजन कार्यक्रम था. इस कार्यक्रम में साहू समाज के प्रमुखजनों के अलावा कई महत्वपूर्ण जनप्रतिनिधि उपस्थित थे. इस दौरान मंच पर ही स्थानीय ग्रामीण महिलाओं से गांव में पानी पहुंचाने को लेकर सौहाद्रपूर्ण चर्चा हो रही थीं कि तभी अचानक असामाजिक तत्वों द्वारा व्यवधान उत्पन्न किया गया. वीडियो में यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि मंच से उतरने के बाद मंत्री जी पर अपशब्द कहे जाने पर उन्हीं असामाजिक तत्वों को सुरक्षाकर्मी द्वारा हटाया जा रहा है. इसी वीडियो में संलिप्त असामाजिक तत्वों पर स्थानीय पुलिस द्वारा उसी रात तत्काल कार्रवाही की गई थी.

सरकार की छवि धूमिल करने की साजिश

इस वीडियो का उपयोग सामाजिक सौहाद्र को बिगाड़ने के लिए भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा व्हाट्सअप ग्रुप के माध्यम से आरंग विधानसभा क्षेत्र में “जिला साहू समाज के अध्यक्ष देवनाथ साहू का अपमान“ करके प्रसारित किया गया. इस घटना की जानकारी होने पर तुरंत ही स्वयं जिला साहू समाज के अध्यक्ष देवनाथ साहू द्वारा इस समाचार का खंडन भी कर दिया गया. सरकार की छवि को धूमिल करने में एक दैनिक समाचार पत्र की भी अहम भूमिका रही है. इस समाचार पत्र ने बगैर किसी आधार के “मांगा पानी, डहरिया ने मारा झापड़“ शीर्षक से खबर प्रकाशित कर दी. जबकि वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि सुरक्षा कर्मियों द्वारा असामाजिक तत्वों को पीछे हटाया जा रहा है. इस आधारहीन समाचार को ही आधार मानकर भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री और मंत्री एवं कार्यकर्ताओं द्वारा षड़यंत्र रचकर सरकार की छवि को धूमिल करने का घिनौना प्रयास किया जा रहा है. ये निंदनीय है. इस घटना को भारतीय जनता पार्टी के नेता विशेषकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, अजय चंद्राकर सहित अन्य नेताओं ने जिस प्रकार से टिव्टर पर प्रचारित किया  उससे स्पष्ट हो रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने इसे जानबूझकर कारित करवाया है ताकि मंत्री की छवि को खराब किया जा सके. जो लोग समस्या लेकर आये थे वे चले गये तथा जो लोग हल्ला मचा रहे थे वे दूसरे थे. पुलिस जांच कर रही है वस्तुस्थिति सामने आयेगी.

प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री संगठन चंद्रशेखर शुक्ला ने कहा कि भाजपा राज्य सरकार की छवि धूमिल करने मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया के ऊपर मनगढ़त झूठे आरोप लगा रही है. भाजपा का चरित्र अफवाह फैलाकर राजनीति करना है. इसके पहले भी इस प्रकार षड़यंत्र कूटरचना भाजपा के द्वारा की गयी थीं.

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन सिंह एक वीडियो के तथ्यों को गलत ढंग से प्रस्तुत कर मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. रमन सिंह को याद रखना चाहिए कि प्रशासनिक आतंक का दौर उनकी सरकार के साथ ही चला गया है. आज आम आदमी बिना खौफ के अपनी बात मुख्यमंत्री, मंत्रियों के सामने कर सकता है. जब रमन सिंह मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के किसान सम्मेलन में अपनी बात रखने वाले युवा को बुरी तरह पिटवाकर जेल भिजवाया था. विकास यात्रा के दौरान स्कूल के लिए शिक्षक और सुविधायें मांगने वाले बच्चियों के ऊपर लाठीचार्ज करवाया था. जब धमतरी के किसान पानी मांग रहे थे तब रमन सिंह ने उन पर लाठियां चलवाई थी. इस घटना में एक किसान की मौत भी हो गयी थीं. बिलासपुर के कांग्रेस भवन में रमन सरकार की गुण्डागर्दी को पूरे प्रदेश ने देखा था. शिक्षाकर्मियों, नर्सों एवं छात्रों के ऊपर चलवाई गई लाठी को कोई भूला नहीं है. हाल ही में उनके पूर्वमंत्री भैयालाल रजवाड़े ने एक गरीब ठेले वाले को इसलिये धमकाया कि उसने उसके समर्थकों से उधार का पैसा मांग लिया था. भैय्यालाल ने सीधे-सीधे धमकाते हुए कहा-यहां कैसे धंधा करोगे देखता हूं. गुंडागिरी राजनैतिक, आतंकवाद भाजपा का चरित्र है, कांग्रेस का नही. पत्रकारवार्ता में अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष महेन्द्र छाबड़ा, प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, घनश्याम राजू तिवारी, सुरेन्द्र वर्मा, नितिन भंसाली, अजय गंगवानी, विकास विजय बजाज उपस्थित थे.

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