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मुकेश गुप्ता ने दिखाई हेकड़ी..अफसरों को चमकाया...पत्रकार को हड़काया

मुकेश गुप्ता ने दिखाई हेकड़ी..अफसरों को चमकाया...पत्रकार को हड़काया

रायपुर. जो जरुरत से ज्यादा काली संपत्ति का मालिक होता है उसको लगता है कि वह खुदा हो गया है. विवादास्पद पुलिस अफसर मुकेश गुप्ता के साथ भी कमोबेश यही स्थिति कायम है. बेगुनाहों को झूठे केस में फंसाने और अपने काले-पीले कारनामों के लिए मशहूर गुप्ता को हाईकोर्ट से थोड़ी राहत क्या मिली उन्हें लगा कि अब सरकार उनका बाल बांका नहीं कर पाएगी. गुरुवार को बेहद ठसक के साथ ईओडब्लू दफ्तर में अपना बयान दर्ज करवाने के लिए पहुंचे गुप्ता थोड़े समय के लिए यह भूल गए कि वे गंभीर धाराओं के एक नामजद आरोपी है. उनकी हरकतों से लगा कि वे अब भी खुद को ईओडब्लू चीफ मानते हैं. खबर है कि बयान देने के दौरान उन्होंने कई मर्तबा अफसरों को यह कहते हुए लताड़ा कि जानते हो किससे बात कर रहे हो... मैंने तुम लोगों को बनाया है. इतना ही नहीं दफ्तर के बाहर बाइट ( वर्सन ) लिए इंतजार कर रहे पत्रकार आदित्य नामदेव पर उन्होंने जमकर गुस्सा निकाला. गुप्ता ने कहा कि किस तरह की रिपोर्टिंग कर रहे हो सब जानता हूं.

फाइल पटकी

फोन टैपिंग मामले में आरोपी बनाए गए मुकेश गुप्ता को ईओडब्लू ने पहले भी दो मर्तबा बयान देने के लिए दफ्तर बुलाया था, लेकिन वे गुरुवार को अपने वकील के साथ ईओडब्लू दफ्तर पहुंचे. सूत्रों का कहना है कि उन्होंने बयान देने के दौरान कई बार फाइल पटकी और अफसरों को बार-बार यह कहते हुए चमकाया कि ज्यादा तीन-पांच करोगे तो सुप्रीम कोर्ट तक घसीट दूंगा. गुप्ता ने जब ईओडब्लू के एक वरिष्ठ अफसर को तेवर दिखाया तो अफसर ने भी साफ शब्दों में कहा- सर... कोर्ट ने आपको जांच में सहयोग करने को कहा तो प्लीज जांच में सहयोग करिए... अभी तो आप असहयोग पर आमादा है. सुबह लगभग 11 बजकर 40 मिनट पर पहुंचे गुप्ता ने लगभग डेढ़ बजे अपना बयान दर्ज करवाया और थोड़ी ही देर बाद अफसरों से कहा कि शुगर बढ़ गई सो पूरा बयान आज ही दर्ज कर लो. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पुलिस महानिरीक्षक जीपी सिंह ने उनसे कहा कि आपको शायद अभी और आना होगा. गुप्ता इस बात के लिए तैयार नहीं हुए. दफ्तर के बाहर निकलकर उन्होंने मीडिया से कहा कि वे एक बार फिर शाम चार बजे बयान देने के लिए आएंगे. इस बीच मीडिया को यह भनक लग चुकी थी कि अब दोबारा बयान दर्ज नहीं होगा, लेकिन गुप्ता दोबारा पहुंचे. खबर है कि दोबारा आमद देने के दौरान उन्होंने यह कहते हुए रोष जताया कि उनका बयान क्यों नहीं लिया जा रहा है. उनके पास सैकड़ों काम है. कोर्ट जाना है. किसी को नहीं छोड़ूंगा. कोई नहीं बचेगा. ईओडब्लू के एक वरिष्ठ अफसर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पूरे समय आरोपी मुकेश गुप्ता असहयोग करते रहे. एक तरह से वे कोर्ट की अवमानना भी कर रहे थे.

 

 

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