विशेष टिप्पणी

एक पागल लड़का.. एक पागल लड़की और पागल कुछ लोग!

एक पागल लड़का.. एक पागल लड़की और पागल कुछ लोग!

राजकुमार सोनी

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में  एक पागल लड़का रहता है. एक पागल लड़की भी रहती है. दोनों पागल एक साथ रहते हैं क्योंकि दोनों ने तय कर लिया है कि साथ-साथ रहना है. पागल लड़के का नाम है अनुज और लड़की का नाम प्रियंका है. दोनों ने अब से एक बरस पहले संविधान की शपथ लेकर साथ-साथ रहना मंजूर कर लिया था. उनकी इस शादी का एक घराती-बाराती मैं भी था. दोनों पागलों ने तय किया था कि उनकी बारात एक रिक्शे में ही निकलेगी. बारात रिक्शे में निकली तो शहर के शरीफ लोगों ने कहा- क्या पागलपंथी है. सब पागल है. बहरहाल इन दो पागलों के साथ कुछ और लोग भी बिलासपुर में रहते हैं जो पागल है. जिन पागलों का जिक्र यहां कर रहा हूं उनमें नीलोत्पल शुक्ला, कपूर वासनिक, नंद कश्यप, राजिक, नुरुल हुदा, कुलदीप सिंह, राधा श्रीवास, असीम तिवारी, अप्पू नवरंग, शाहिद कुरैशी, आशिफ हुसैन और पीयूष का नाम शामिल है. ( हो सकता है कुछ नाम छूट गए हो. )

ये सारे लोग इस लिहाज से पागल है कि इन्होंने कोरोना के भीषण संकट काल में कोविड- 19 हेल्प ग्रुप खोल रखा है. इस ग्रुप से जुड़े हुए सारे लोग ने तय कर रखा है कि हर हाल में गरीबों की मदद करनी है. किसी को भोजन देना है, किसी को राशन तो किसी को उनके घर पहुंचाना है. पिछले कुछ समय से इस ग्रुप की ओर से आने वाली सूचनाओं को पढ़ रहा हूं. कभी कोई किसी अधिकारी का नंबर मांगता है तो कोई कहता है- भैय्या... फलां जगह तुरंत पहुंचिए... झारखंड के मजदूर फंस गए हैं. ग्रुप से जुड़े हुए सभी पागल अपनी छोटी-छोटी कोशिशों के जरिए युद्ध स्तर पर सक्रिय है.

जब ये सोचता हूं कि ये लोग ऐसा क्यों कर रहे हैं तो पाता हूं कि इंसानी मोहब्बत में बड़ी ताकत होती है. जो इंसान मोहब्बत करता है उसका दिल और दिमाग अपने आप विशाल हो जाता है. जिसका दिल और दिमाग साफ रहता है वह ताली-थाली नहीं बजाता. शंख भी नहीं फूंकता. दीया-बत्ती और टार्च भी नहीं जलाता. तबलीगी-फबलीगी तो बिल्कुल भी नहीं करता. हर बार कहीं-कहीं बोलते रहता हूं. एक बार फिर से कहता हूं- जो लोग प्यार करते हैं... वहीं लोग क्रांति भी कर सकते हैं. धर्म से पहले इंसान से मोहब्बत करना सीखिए. बल्कि इंसानी मोहब्बत को ही अपना धर्म बना लीजिए.

अगर आपके घर के आसपास. आपके शहर में ऐसे थोड़े-बहुत पागल लोग रहते हैं तो उनकी मदद करिए. दिल और दिमाग से खूबसूरत पागलों की संख्या में इजाफा तो होना ही चाहिए. मैं तो इन पागलों के साथ हूं ही. बिलासपुर के इन पागलों के अलावा दुर्ग में भी रक्षक नाम का एक वाट्सग्रुप यहीं पागलपंथी कर रहा है. इस ग्रुप से जुड़े हुए पागलों के बारे में कल आपको जानकारी दूंगा.

अगर आप अभी तक  पागल नहीं हुए हैं तो पागल हो जाना चाहिए. इससे पहले कि मोदी  आपको घर बिठाकर सीधे पागलखाने जाने लायक बनाकर छोड़े आपका पागल हो जाना ठीक है.

प्रियंका और अनुज का नंबर यहां दे रहा हूं. आप इन पागलों की हौसला-आफजाई तो कर ही सकते हैं-

प्रियंका-08871067410

अनुज 9752319680

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