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सरकार को बदनाम करने वाली कथित डायरी का मास्टर माइंड चढ़ा पुलिस के हत्थे... अभी कुछ और लोग संदेह के घेरे में.

सरकार को बदनाम करने वाली कथित डायरी का मास्टर माइंड चढ़ा पुलिस के हत्थे... अभी कुछ और लोग संदेह के घेरे में.

रायपुर.स्कूल शिक्षा विभाग की 366 करोड़ की कथित डायरी के मामले में पुलिस ने सेवानिवृत्त शिक्षा अधिकारी जीआर चंद्राकर, होम्योपैथी कॉलेज के सचिव संजय कुमार ठाकुर और एक टाइपिस्ट कपिल कुमार देवदास को गिरफ्तार कर लिया है. सूत्रों का कहना है कि इस मामले एक शहरी स्त्रोत समन्वयक, एक प्रधान पाठक और लोक शिक्षण संचालानालय के दो तीन लिपिकों की भूमिका भी संदेह के दायरे में है. फिलहाल पुलिस पुख्ता सबूत जुटाने में लगी है. यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो कुछ और लोग भी हिरासत में लिए जा सकते हैं.

बताते चलें कि जीआर चंद्राकर वहीं हैं जिनकी कभी शिक्षा विभाग में तूती बोला करती थीं. वे लंबे समय तक रायपुर में जिला शिक्षा अधिकारी के तौर पर तैनात थे. जनवरी 2021 में सेवानिवृत्त हो जाने के पश्चात वे उसी पद पर संविदा नियुक्ति चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. उनकी जगह एएन बंजारा को जिला शिक्षाधिकारी बना दिया. उन्हें यह लगने लगा था कि वर्तमान शिक्षा अधिकारी एएन बंजारा, आर एन सिंह, संयुक्त संचालक केसी काबरा, एबीईओ प्रदीप शर्मा और मंत्री के निज सचिव अजय सोनी उसकी नियुक्ति के मार्ग में रोड़ा अटका रहे हैं. उक्त लोगों से बदला लेने और सरकार को बदनाम करने के लिए उसने एक कथित डायरी तैयार की और उसके पन्नों को सकुर्लेट किया.

इन पन्नों के जरिए यह बताने की कवायद चल रही थीं कि सरकार के शिक्षा विभाग में तबादले के नाम पर करोड़ों का लेन-देन चल रहा है. जिस आशुतोष चावरे के नाम से इधर-उधर शिकायत भेजी गई थी जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उन्होंने किसी भी तरह की शिकायत से इंकार किया. लोक शिक्षण संचालानालय में उपसंचालक की हैसियत से कार्यरत चावरे ने इस झूठी शिकायत पर नवा रायपुर के राखी थाने में भादवि के धारा 419 तथा 469 के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध भी करवाया. आरोपितों ने पुलिस की पूछताछ में कबूल कर लिया है कि डायरी पूरी तरह फर्जी है और यह सब कुछ अफसरों और सरकार को बदनाम करने के लिए किया गया था. उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेम साय सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलकर मामले की जांच करने की मांग की थी.मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस ने जांच तेज की और देर शाम तक तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया.

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