बड़ी खबर

गांधी को अपशब्द कहने वाला कथित संत चढ़ा पुलिस के हत्थे... मध्यप्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार

गांधी को अपशब्द कहने वाला कथित संत चढ़ा पुलिस के हत्थे... मध्यप्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार

रायपुर. महात्मा गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले कथित संत कालीचरण को छत्तीसगढ़ पुलिस ने अल-सुबह चार बजे मध्यप्रदेश के खजुराहो से 25 किलोमीटर दूर बागेश्वर धाम में एक किराए के मकान से गिरफ्तार कर लिया है. खबर हैं कि पुलिस उन्हें अपने साथ लेकर गुरुवार की शाम तक रायपुर पहुंच जाएगी. जो सूचनाएं मिल रही हैं उसके मुताबिक कालीचरण ने पुलिस को चकमा देने के लिए एक घटिया किस्म के लॉज को किराए पर ले रखा था. इसके अलावा उसके समर्थकों ने एक कॉटेज में भी उसके ठहरने का इंतज़ाम कर रखा था. कथित संत को भरोसा था कि पुलिस उसे ज्यादा से ज्यादा लक्जरी होटल में तलाश करेगी. पुलिस से बचने के लिए वह बार-बार लोकेशन भी बदल रहा था. उसके पीए का मोबाइल कभी बंद कभी चालू बता रहा था. छत्तीसगढ़ पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार किया तो उसने कहा- तुमको सबको श्राप लगेगा. सब भस्म हो जाओगे...तुम जानते नहीं किस पर हाथ डाल रहे हो.एक पुलिसकर्मी ने बेहद विनम्रतापूर्वक कहा- चलिए...महाराज जी...आपके चलने का टाइम आ गया है.

कालीचरण की गिरफ्तारी के साथ ही उनके समर्थक जमानत आदि के लिए सक्रिय हो गए हैं. समर्थक उनकी गिरफ्तारी को साधु-संत और हिन्दुत्व का अपमान बताने के खेल में भी जुट गए हैं. समर्थकों में कुछ कथित किस्म के राष्ट्रवादी पत्रकार भी शामिल हैं. इन पत्रकारों ने कुछेक साइट पर खबर चलाई हैं कि महाराज ने बेहद बहादुरी के साथ पुलिस का सामना किया और स्वयं थाने जाकर सरेंडर कर दिया. जबकि हकीकत यह है कि कथित संत पुलिस को लगातार चकमा देकर बचने के फिराक में था. मूलतः महाराष्ट्र के रहने वाले कालीचरण ने अपने छिपने के लिए मध्यप्रदेश के खजुराहो का चुनाव भी इसलिए किया था क्योंकि उसे यकीन था कि वहां भाजपा की सरकार से जुड़े नामचीन राजनेता उसकी मदद करेंगे और उसे बचा लेंगे.

वैसे छत्तीसगढ़ की बघेल सरकार को मानना पड़ेगा कि उसने वैमनस्यता और सांप्रदायिकता फैलाने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटने के लिए खुद को पूरी तरह से तैयार कर रखा है. जब कथित संत ने यहां की धर्म संसद में गांधी को लेकर जहर उगला था तभी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने साफ कर दिया था कि ऐसे विषाक्त लोगों को समाज स्वीकृति नहीं देगा और कानून अपना काम करेगा. गांधी पर अमर्यादित टिप्पणी सामने आने के बाद नफरती चिंटूओं ने यह अफवाह भी फैलाई थीं कि कोई भी महाराज का कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा...लेकिन महाराज की चालबाजी उलटी पड़ गई. कालीचरण की गिरफ्तारी के बाद देश की एक बड़ी आबादी सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों में खुशी जाहिर कर रही हैं.नफरत से दूर रहकर अमन-चैन पर यकीन करने वाले लोग लिख रहे हैं कि किसी भी सूरत में महाराज पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए. अगर ऐसा नहीं हो पाता है तो क्या गाड़ी वैसे ही पलट सकती हैं जैसे यूपी में विकास दुबे को लेकर पलटी थीं ? खबर है कि इस कथित संत को पुलिस छत्तीसगढ़ लेकर आ रही है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस कथित संत के लिए पैरवी कौन करेगा ? समरसता पर यकीन रखने वाले लोगों का मानना है कि कालीचरण की हिमायत वहीं लोग करने वाले हैं जो देश को गृहयुद्ध की तरफ धकेलना चाहते हैं.

ये भी पढ़ें...