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बिजली सामानों की सप्लाई करने वालों की  आपसी प्रतिस्पर्धा और खींचतान के चलते बिजौरा विवादों में

बिजली सामानों की सप्लाई करने वालों की आपसी प्रतिस्पर्धा और खींचतान के चलते बिजौरा विवादों में

ओम ट्रेडर्स, आर्या ट्रेडर्स और टेक्निकल टूल्स सेल्स पर मेहरबानी को लेकर शिकायत

रायपुर. बिजली घरों में बिजली सामानों की सप्लाई करने वालों की आपसी प्रतिस्पर्धा और खींचतान ने छत्तीसगढ़ राज्य बिजली उत्पादन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक निर्मल कुमार बिजौरा को लपेटे में ले लिया है. छत्तीसगढ़ राज्य पावर कम्पनीज बचाव संघर्ष समिति ने उनके खिलाफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखित में शिकायत भेजी है.

कोरबा में स्थापित कोरबा पूर्व, कोरबा पश्चिम, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप बिजली घरों सहित जल बिजली घरों के संचालन  में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले बिजौरा ने जनवरी 2020 में राजेश वर्मा के इस्तीफे के बाद प्रबंध निदेशक का कार्यभार संभाला था. इनहेंसमेंट आफ मैनेजमेंट स्किल पर नेशनल थर्मल पावर कार्पोरेशन से प्रशिक्षण प्राप्त बिजौरा को दो बार पावर कंपनी प्रबंधन द्वारा मेरिटोरियस अवार्ड से अलंकृत किया चुका है, लेकिन इधर उन पर कोरबा के बिजली सामानों के सप्लायरों पर विशेष रुप से मेहरबान रहने का आरोप लगा है.

शिकायत में कहा गया है कि हसदेव ताप बिजली घर कोरबा पश्चिम में तैनात मुख्य अभियंता पंकज कोले और बीडी बघेल पूरी तरह से बिजौरा के चहेते हैं. उन्हें मलाईदार जगह पर टिके रहने के लिए ओम ट्रेडर्स के एसबी सिंह और आर्या ट्रेडर्स के विनय श्रीवास्तव ने आर्थिक मदद दी है. शिकायत में लिखा है कि बिजौरा के प्रबंध निदेशक बनने के बाद बहुत अधिक सामान सिंगल टेण्डर और अधिक रेट पर खरीदा जा रहा है. जबकि जिन सामानों की  खरीदी हो रही है उसकी खरीदी खुली निविदा में सस्ते दर पर हो सकती है. खरीदी का ज्यादा से ज्यादा आर्डर ओम ट्रेडर्स, आर्या ट्रेडर्स और मेसर्स टेक्निकल टूल्स सेल्स को दिया जा रहा है. शिकायत में सामान खरीदी के आदेश की कई प्रतियां संलग्न की गई है. शिकायत में एक अफसर कुलकर्णी की भूमिका को लेकर भी सवाल उठाया गया है. कहा गया है कि कभी एक आर्डर में महीनों लग जाते थे, लेकिन ओम, आर्या और टेक्निकल टूल्स वालों को दस-बारह दिन में ही सामानों की सप्लाई का आर्डर थमा दिया जाता है. शिकायत में कोरबा पश्चिम के एक अक्षीक्षण अभियंता के तबादले और फिर नई पदस्थापना को लेकर भी जानकारी दी गई है. कहा गया है कि मार्च 2021 में अधीक्षण अभियंता कोरम को स्थानांतरित कर दिया गया था, लेकिन अगस्त 2021 में उसे फिर उसी जगह वापस भेज दिया गया. यह चमत्कार कैसे हुआ.

खरीदी कमेटी तय करती है

जो भी शिकायत हुई है वह सप्लायरों की आपसी प्रतिस्पर्धा और खींचतान का नतीजा है. अब जिस किसी को भी आर्डर नहीं मिला होगा तो उसने शिकायत कर दी होगी. कौन सा सामान खरीदा जाएगा और कौन सा नहीं... इसका निर्धारण कमेटी करती है. जो भी शिकायत हुई है वह पूरी तरह से निराधार है. 

-निर्मल कुमार बिजौरा प्रबंध निदेशक सीएसपीजीसीएल

 

सप्लाई नियमानुसार

यह सही है कि ओम ट्रेडर्स को बिजली सामानों की सप्लाई का काम मिलता है. मैं छह-सात कंपनियों के द्वारा निर्मित सामानों की सप्लाई करता हूं. मैं अधिकृत डीलर हूं. जैसा आदेश मिलता है वैसा काम होता है. सारा कुछ नियमानुसार होता है.

एसबी सिंह, ओम ट्रेडर्स कोरबा

 

कोई गड़बड़ी नहीं

हम नियमानुसार काम हासिल करते हैं. कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है. अब किसी ने शिकायत कर दी है तो जांच हो जानी चाहिए.

विनय श्रीवास्तव, आर्या ट्रेडर्स कोरबा

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