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मामला छत्तीसगढ़ ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण का  मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद ओमप्रकाश सिंह ने सौंपा चार्ज

मामला छत्तीसगढ़ ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण का मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद ओमप्रकाश सिंह ने सौंपा चार्ज

रायपुर. आखिरकार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नाराजगी के बाद छत्तीसगढ़ ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण की परियोजना ईकाई सूरजपुर में पदस्थ ओमप्रकाश सिंह ने अंबिकापुर में पदस्थ कार्यपालन अभियंता सोहन चंद्र को चार्ज सौंप दिया है.

गौरतलब है कि ओमप्रकाश सिंह गत कई सालों से अंबिकापुर जिले के आसपास ही चक्कर काटते रहे हैं. उनके खिलाफ कई तरह की गंभीर शिकायतों को अफसर यह कहकर दबाते रहे हैं कि वे राजनाथ सिंह के रिश्तेदार है. एक शिकायत के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें उनके मूल विभाग ( जल संसाधन ) में वापस भेजने का निर्णय लिया था. मुख्यमंत्री के इस फैसले  के बाद छत्तीसगढ़ ग्रामीण विकास अभिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आलोक कटियार ने एक जून 2020 को एक आदेश में उन्हें समस्त दायित्वों से भारमुक्त करते हुए उनकी सेवाएं जल संसाधन विभाग को लौटा दी थी बावजूद इसके ओमप्रकाश सिंह सूरजपुर छोड़ने को तैयार नहीं थे. इस बारे में अपना मोर्चा डॉट कॉम ने 15 जून 2020 को एक खबर भी प्रकाशित की थीं.

हर तबादले की डिटेल खंगाली जाएगी

बताते हैं कि जब कार्यपालन अभियंता सोहन चंद्र चार्ज लेने गए तो उनसे यह कहा गया कि वे चाहे तो ऊपर लेबल पर बात कर सकते हैं. उनके वहां डटे रहने के दौरान यह खबर भी प्रचारित होती रही कि वे सूरजपुर में ही नए ढंग से तैनाती को लेकर जोड़-तोड़ कर रहे हैं. इधर 17 जून को ओमप्रकाश सिंह ने अंबिकापुर के कार्यपालन अभियंता सोहन चंद्र को अपना कार्यभार सौंप दिया है. बहरहाल ओमप्रकाश सिंह के हटने के साथ ही यह सवाल भी उठ खड़ा हुआ है कि जब उन्हें एक जून को ही उनके मूल विभाग में वापस भेज दिया गया था तो 16 दिनों तक वे क्या कर रहे थे. सूत्रों का कहना है कि इस दौरान उनके द्वारा ठेकेदारों को चेक से भुगतान किया गया है. अब यह चेक पुरानी तिथि में जारी किए गए हैं अथवा 16 दिनों में इसका खुलासा किसी जांच के बाद ही हो पाएगा. सूत्र यह भी कहते हैं कि छत्तीसगढ़ ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण में मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा नियमों- कानून को ध्यान में रखे बगैर कई अभियंताओं और उप अभियंताओं को इधर से उधर किया गया है. उनके द्वारा जितने भी तबादले किए गए हैं उन सबकी डिटेल भी खंगाली जाएगी. इस पड़ताल में यह भी देखा जाएगा कि तबादले के खेल में कौन-कौन लोग संलिप्त थे.

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