बड़ी खबर

संघी कुलपति के खिलाफ कबीर शोधपीठ के अध्यक्ष ने खोला मोर्चा

संघी कुलपति के खिलाफ कबीर शोधपीठ के अध्यक्ष ने खोला मोर्चा

रायपुर. अपनी संघ प्रभावित गतिविधियों के लिए चर्चा में रहे कुशाभाऊ ठाकरे विश्वविद्यालय में एक बार फिर बवाल कट गया है. यहां के कबीर शोधपीठ संस्थान में बतौर अध्यक्ष कार्यरत कुणाल शुक्ला ने कुलपति को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की मानसिकता का कर्ताधर्ता बताकर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए गांधीवादी तरीक़े से सत्याग्रह-धरना प्रारंभ कर दिया है. दरअसल कुणाल शुक्ला लंबे समय से अपने दफ्तर की टूटी हुई कुर्सी-टेबल, फर्नीचर, खराब पंखे को बदलने की मांग कर रहे थे. इसके लिए उन्होंने बकायदा पत्राचार भी किया था. लेकिन जब उनकी मांग पर विचार नहीं किया गया तो उन्होंने जमीन पर दरी बिछाकर काम करना प्रारंभ कर दिया. कुणाल शुक्ला ने अपना मोर्चा को भेजे हुए एक संदेश में कहा हैं- मेरी नियुक्ति गांधी-नेहरू को मानने और उनका सम्मान करने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की थीं. इस बात को आरएसएस से जुड़े संघी कुलपति आज तक पचा नहीं पा रहे हैं. वे कबीर शोध पीठ के हर सार्थक काम में अडंगा डालते हैं. गत पांच महीने से अपने दफ्तर की टूटी टेबल,पंखा,कुर्सी तथा खराब हो चुके अन्य सामानों को बदलने की याचना कर रहा था,लेकिन जब सुनवाई नहीं हुई तो फिर मैंने फैसला कर लिया है कि अब मैं दरी पर बैठकर ही काम करूंगा.

ये भी पढ़ें...