कला

गलती से चले गए थे भाजपा में... लौटे तो फिर बजाने लगे गिटार

गलती से चले गए थे भाजपा में... लौटे तो फिर बजाने लगे गिटार

रायपुर. छत्तीसगढ़ के एक वरिष्ठ पुलिस अफसर राजीव श्रीवास्तव ने विधानसभा चुनाव से कुछ समय पहले भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी. एक कांग्रेसी परिवार से तालुकात रखने वाले श्रीवास्तव को थोड़े ही दिनों में समझ में आ गया कि भाजपा वालों से उनकी पटरी कभी नहीं बैठ सकती. जब उनका दम घुटने लगा तो उन्होंने पार्टी छोड़ दी. उनके इस कदम से उनके चाहने वाले बेहद खुश है क्योंकि राजीव श्रीवास्तव जिन्हें लोग राजू भैया भी कहते हैं वे अपनी पुरानी दुनिया में लौट आए हैं. उनकी असली दुनिया है कला और संगीत से जुड़ी हुई है. जो लोग उनसे परिचित हैं वे इस बात को अच्छी तरह से जानते हैं कि पुलिस सेवा में आने से पहले वे एक आर्केस्ट्रा में गिटार बजाया करते थे. शहर के कई बड़े आयोजन उनके नाम है. एक मौके पर वे सदाबहार गायक किशोर कुमार को भी आमंत्रित कर चुके हैं.

संस्कृति विभाग में उनकी पदस्थापना के दौरान कई बेहतर आयोजन हुए जिसे लोग आज भी याद करते हैं. उनके शुभचिंतक बताते हैं कि भाजपा प्रवेश करते ही संगीत से उनका नाता टूट गया था और वे खामोश रहने लगे थे. अब वे पहले की तरह बाग-बगीचों में जाकर माउथ आर्गेन बजा रहे हैं तो कभी गिटार. उन्होंने माउथ आर्गेन बजाने वालों को एकत्रित कर हारमोनिका कल्ब का गठन कर रखा है. इस संस्था से जुड़े सदस्यों के साथ वे बाग-बगीचों में जाकर तन-मन-रंजन नाम से संगीत का अनोखा कार्यक्रम प्रस्तुत करते हैं. उनका मानना है कि संगीत से अनेक बीमारियां दूर होती है. विशेषकर माउथ आर्गेन को नियमित रुप से बजाने पर सांस की बीमारी में फायदा पहुंचता है. पुलिस सेवा से सेवानिवृत राजीव श्रीवास्तव कहते हैं- संगीत से तो जीवन भर के लिए रिश्ता बना हुआ है... वहां से रिटायरमेंट संभव नहीं है.

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