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छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में भी आ धमका है एक वर्दी वाला गुंडा

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में भी आ धमका है एक वर्दी वाला गुंडा

क्या पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी संज्ञान लेंगे ?

रायपुर. किसी जमाने में जासूसी उपन्यासकार वेदप्रकाश शर्मा का उपन्यास वर्दी वाला गुंडा बेहद लोकप्रिय हुआ था. बहुत बाद में इसी उपन्यास पर हिंदी और भोजपुरी में फिल्में भी बनी. यहां खबर में इस उपन्यास का जिक्र करने की आवश्यता सिर्फ इसलिए हो रही है क्योंकि छत्तीसगढ़ में वर्दी की आड़ में गरीबों और मजलूमों को प्रताड़ित करने का उपक्रम बदस्तूर जारी है.अभी कुछ दिनों पहले ही केमिकल लोचे से ग्रस्त एक पुलिस अधिकारी ने अपने ड्राइव्हर को पीट दिया था. जैसे ही इस बात की भनक मुख्यमंत्री को लगी उन्होंने पुलिस अधिकारी हटाने में देर भी नहीं लगाई. धमतरी जिले के अर्जुनी थाने में एक एएसआई को भी सिर्फ इसलिए निलंबित कर दिया गया है क्योंकि उसने एक युवक को झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर रिश्वत मांगी थीं. रायगढ़ के कोतरा थाना के उसरौट गांव के 26 साल के नौजवान ईश्वर ने अपने घर में इसलिए खुदकुशी कर ली क्योंकि पुलिस उसे बेवजह परेशान कर रही थीं. इधर कोरबा जिले में भी एक वर्दी वाले गुंडे के आ धमकने की खबर आम हो रही है.

कोरबा के बालको नगर में रहने वाले शशिकांत खलखो ने इस बारे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखित में शिकायत भेजी है. शशिकांत का कहना है कि जिस पुलिस अधिकारी की कोरबा में पदस्थापना हुई है वह थोड़े समय के लिए नारायणपुर में पदस्थ था. अधिकारी ने नारायणपुर पदस्थापना के दौरान अपने मोबाइल से धमकी दी थीं कि जिस दिन वह कोरबा में पदस्थ हो जाएगा उस दिन उसे और उसके परिवार को जान से मार देगा. शशिकांत ने बताया कि फोन पर धमकी मिलने के बाद उन्होंने कोरबा के पुलिस अधीक्षक और बालको थाना के प्रभारी को लिखित में शिकायत भी भेजी थीं, लेकिन किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं हुई. यहां तक धमकी देने का टेप भी पुलिस अफसरों को मुहैय्या करवाया...लेकिन कोई हल नहीं  निकला. खलको ने बताया कि उनके बुर्जुग पिता आनंद पाल खलको को पुलिस ने बुरी तरह प्रताड़ित किया. थोड़े दिनों बाद साजिश रचते हुए उनके भाई पर जानलेवा हमला किया गया. यहां तक जब उनकी बहन वाचाकीर्ति स्कूटी से आ रही थीं तब एक कार से ठोकर मारकर उसे दुर्घटनाग्रस्त कर दिया गया. शशिकांत ने अपनी शिकायत में लिखा है- पुलिस अधिकारी नारायणपुर से कोरबा आ चुका है और अपनी पदस्थापना के पहले दिन से उसके घर के सामने से जोरदार ढंग से सायरन बजाकर गुजरता है. अप्रिय घटनाओं के घटित होने का सिलसिला लगातार जारी है.

अपना मोर्चा डॉट कॉम ने जब इस तरह की धमकी-चमकी के मूल कारणों के संबंध में शशिकांत से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि अधिकारी के पिता एवंउनके परिवार से जुड़े हुए लोग गलत ढंग से जमीन की खरीदी-बिक्री के खेल में लगे हुए हैं. अधिकारी ने वर्दी की आड़ में कोरबा जिले में ही अपने परिवार के नाम पर कई एकड़ जमीन खड़ी कर ली है और अब उसकी  पुश्तैनी जमीन पर भी नजर गड़ा ली है.

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