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विराट के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी जागते रहे रात भर

विराट के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी जागते रहे रात भर

रायपुर. बिलासपुर के भाजपा कार्यालय के सामने की गली नंबर 6-7 से जिस  मासूम विराट का अपहरण हुआ था उसे पुलिस अल-सुबह ढूंढने में कामयाब हो गई है. इस मासूम के अपहरण के बाद उच्च न्यायालय ने चिंता जताई थी तो प्रचार के लिए अमेठी जाने से पहले दिल्ली में ठहरे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वयं प्रदेश के पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी से सुबह पांच बजे तक पल-प्रतिपल की जानकारी लेते रहे. बघेल ने साफ शब्दों में कहा- परिवार के चेहरे पर खुशी लौटनी चाहिए... चाहे जो हो जाय. हर हाल में विराट को खोजना है. बाद में किसी के घर जाकर खेद जताने वाली स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए. गौतलब है कि 20 अप्रैल  को मासूम विराट का बिहार के एक गैंग ने अपहरण कर लिया था. इसी 28 अप्रैल को विराट का जन्मदिन है, लेकिन उससे पहले पुलिस ने उसे गैंग के हाथों से छुड़ाने में कामयाब हो गई. पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने बताया कि सामान्य तौर पर जब भी किसी बच्चे का अपहरण होता है तो पुलिस को काफी एहतियात के साथ अपनी कार्रवाई करनी होती है. अपहरणकर्ता पांच करोड़ की फिरौती के चक्कर में थे जो घटते-घटते ढाई-तीन करोड़ तक आ गई थीं. विराट को हजारों-हजार झोपड़ियों के बीच रखा गया था जहां से उसे निकालना बेहद कठिन था. अपहरणकर्ता खुद को बचाने के लिए बच्चे की जान के साथ खेल सकते थे, लेकिन पुलिस ने काफी सूझबूझ के साथ अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया और गैंग के सदस्यों को धर-दबोचा. विराट की बरामदगी के लिए बिलासपुर के एसपी के साथ-साथ दुर्ग और बालोद के एसपी भी विशेष रुप से तैनात किए गए थे.विराट का अपहरण गैंग के किन सदस्यों ने किया था. उनकी मंशा क्या थी... इसकी विस्तृत जानकारी पुलिस शुक्रवार को एक प्रेस कान्फ्रेंस में देगी, 

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