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अगुस्ता हेलिकाफ्टर की खरीदी में क्या था पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह का रोल... उठी जांच की मांग
रायपुर. सामाजिक कार्यकर्ता कुणाल शुक्ला और अभिषेक प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से अगुस्ता हेलिकाफ्टर खरीदी में हुए घोटाले की जांच करवाने की मांग की है. एक बयान में दोनों ने कहा कि पुराने और खस्ताहाल हेलिकाफ्टर की वजह से कैप्टन गोपाल कृष्ण पांडा एवं डीजीसीए के ट्रेनर पायलट कैप्टन एपी श्रीवास्तव को अपनी जान गंवानी पड़ी है. यह एक प्रकार से हत्या का मामला है. इस हत्या के लिए जो भी दोषी है उसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई अन्य ऐसा अपराध करने की हिम्मत नहीं कर सके. उन्होंने कहा कि सरकारी अगुस्ता हेलीकॉप्टर की खरीदी में घोटाला हुआ था इसकी आशंका बनी हुई है. उन्होंने दावा किया कि घोटाले का पैसा पनामा की किसी शैल कंपनी के खाते में जमा किया था फलस्वरूप निम्न बिंदुओं पर जांच होनी चाहिए.
1 हेलीकॉप्टर की निविदा प्रक्रिया की जांच.
2. निविदाकरों के आपसी संबंध /व्यावसायिक लेनदेन की जांच.
3 अन्य राज्य सरकारों को अगुस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर में समतुल्य तकनीक के बाद प्राप्त क्रय दर की जांच.
4 अन्य कंपनी के हेलिकॉप्टर निर्माताओं को निविदा में भाग लेने से रोकने हेतु निविदा में अधिरोपित शर्त तथा बिंदुओं की जांच.
5 तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह एवं उनके कार्यालय के भूमिका की जांच.
6 जांच की जाय जिस कंपनी/व्यक्ति/एजेंट से हेलीकॉप्टर खरीदा गया था उसकी पृष्ठभूमि तथा एविएशन के सेक्टर में उसका अनुभव क्या था?
7 छत्तीसगढ़ सरकार को अगुस्ता वेस्टलैंड का स्पेसिफिक मॉडल ही खरीदना है. यह तय करने के लिए क्या कोई समिति बनी थी अगर समिति बनी थी तो उसके सदस्य कौन कौन थे और समिति का निर्णय क्या था?इस तथ्य की जांच की जाय.
8 तकनीकी विशेषज्ञ से जांच करवाई जाए क्या छत्तीसगढ़ की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए अगुस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर ही सबसे उपयुक्त था? अगर नहीं तो फिर दूसरे हेलीकॉप्टर निर्माता कंपनियों के मॉडल पर क्यों विचार नहीं किया गया ?