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इधर चेला गया जेल और उधर आका पर लगा यौन शोषण का आरोप... रमन सिंह भी निशाने पर

इधर चेला गया जेल और उधर आका पर लगा यौन शोषण का आरोप... रमन सिंह भी निशाने पर

रायपुर. सुपर सीएम के नाम से चर्चित अमन सिंह, वर्दी वाले गुंडे के तौर पर विख्यात मुकेश गुप्ता और भ्रष्टाचार में लिप्त पुनीत गुप्ता के कारनामों की वजह से बदनाम हुए रमन सिंह एक बार फिर निशाने पर है. इस बार उनके अत्यंत करीबी धरम कौशिक पर एक महिला ने गंभीर आरोप लगाया है. जाहिर सी बात है कि जब कोई चेला फंसता है तो बदनामी गुरुजी की होती है. महिला के आरोप के बाद राजनीतिक गलियारों में दिनभर यही चर्चा चलती रही है कि भाजपा में एक से बढ़कर एक नगीने है और सारे नगीनों का कारनामा अब जाकर बाहर आ रहा है. गौरतलब है कि हाल के दिनों में एक महिला किरण मगर ने प्रकाश बजाज पर लाखों रुपया हड़पने और छेड़खानी का आरोप लगाया है. प्रकाश बजाज नेता प्रतिपक्ष धरम कौशिक के काफी करीबी है और उन्हें आका कहते हैं. इधर जिस महिला ने प्रकाश बजाज को लपेटे में लिया है उसी महिला का यह भी आरोप है कि वर्ष 2017 में धरम कौशिक ने भी उसे गलत इरादे से छुआ था. यह बताना लाजिमी है कि कौशिक पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को सब कुछ मानते हैं. कहा जाता है कि उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाने में पूर्व मुख्यमंत्री की बड़ी अहम भूमिका रही है. इधर इस घटना के बाद यह सवाल भी उठ खड़ा हुआ है कि क्या पार्टी अपने होनगार नगीनों को बाहर का रास्ता दिखाएगी. क्या नेता प्रतिपक्ष को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने के लिए कहा जाएगा.

पूरी मांग में भर दिया रंग... और बाहों में भरना चाहते थे

अंवति विहार में रहने वाली महिला किरण मगर के आरोप बेहद सनसनीखेज और गंभीर है. किरण ने मंगलवार को एक प्रेस कान्प्रेंस में कहा कि वर्ष 2017 में जब वह अपनी दीदी के साथ होली मिलन समारोह में शिकरत करने के लिए धरम कौशिक के निवास पर पहुंची थी तब कौशिक ने गलत इरादे से शरीर का स्पर्श किया था. इतना ही नहीं रंग लगाने के बहाने उसकी पूरी मांग में रंग भर दिया था. बाद में रंग को पोछने के लिए अपना गमछा भी दिया. जब वह मोबाइल व पर्स उठाने के लिए तत्पर हुई तब कौशिक ने उसे बाहों में भरने के लिए इशारों से अपने पास बुलाया, लेकिन वह भाग खड़ी हुई. इस घटना का जिक्र दो साल बाद क्यों किया गया... यह पूछने पर किरण ने बताया कि उसे इस घटना का जिक्र करने के लिए रोका गया था.

आपको बता दें कि किरण वहीं महिला है जिसने दो दिन पहले कौशिक को आका कहने वाले प्रकाश बजाज पर पैसा हड़पने और छेड़खानी करने का आरोप लगाया था. प्रकाश बजाज ने विधानसभा चुनाव से पहले अचानक पुलिस में एक शिकायत की थी और कहा था कि पत्रकार विनोद वर्मा उनके आका को सीडी बनाकर फंसाने का काम कर रहे हैं. हालांकि तब पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए यह जानने की कोशिश ही नहीं की थी कि बजाज का आका कौन है. बहरहाल प्रकाश बजाज के जेल जाने और कौशिक के लपेटे में आने से यह तो साफ हो गया कि सीडी प्रकरण में बहुत कुछ फर्जी था. हालांकि इस मामले में एक स्थानीय टीवी चैनल के मालिक का नाम भी जोरशोर से उछलता रहा,लेकिन उस पर अब तक शिकंजा कसा नहीं जा सका है.  

यह भी गौरतलब है कि जब पुलिस ने प्रकाश बजाज को गिरफ्तार किया तो भाजपा के किसी भी नेता ने उसके पक्ष में बयान नहीं दिया सिवाय नेता प्रतिपक्ष धरम कौशिक के. कौशिक ने प्रेस को बयान दिया कि भूपेश सरकार बदलापुर की कार्रवाई कर रही है. कार्यकर्ताओं को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है. उनके बयान के बाद महिला किरण मगर ने प्रेस काफ्रेंस लेकर कहा कि जो बदलापुर की बात कर रहे हैं वे खुद छेड़छाड़ की कार्रवाई में लिप्त थे...। बहरहाल महिला के आरोप के बाद प्रदेश की राजनीतिक फिजा गर्म हो गई  है. इधर महिला के आरोप को नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने बुनियाद और निराधार बताया है. कौशिक का कहना है कि उनके यहां होली मिलन के दौरान सैकड़ों कार्यकर्ता आते रहते हैं. जो महिला आरोप लगा रही है वे तो उन्हें जानते भी नहीं है. महिला उन्हें बदनाम करने की नीयत से आरोप लगा रही है. यह एक साजिश है.

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