पहला पन्ना

निलंबित होकर भी मुकेश गुप्ता दौड़ा रहे हैं सरकारी गाड़ी

निलंबित होकर भी मुकेश गुप्ता दौड़ा रहे हैं सरकारी गाड़ी

रायपुर. क्या एक निलंबित अफसर सरकारी गनमैन और सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल कर सकता है. नियम तो यही कहता है कि निलंबित अफसर को केवल जीवन निर्वाह भत्ता लेने की पात्रता होती है, लेकिन विवादास्पद पुलिस अफसर मुकेश गुप्ता के साथ ऐसा नहीं है. वे अब भी सरकारी गाड़ी में गनमैन को साथ लेकर चल रहे हैं. गुरुवार को जब वे ईओडब्लू के दफ्तर में बयान दर्ज करने के लिए पहुंचे तब सरकारी गाड़ी का दरवाजा उनके गनमैन ने ही खोला था. गुप्ता ने गाड़ी से उतरकर फिल्मी अंदाज में फोटो खिंचवाई और कहा- आप लोगों ने मेरा काम देखा है... और अब देखिए क्या हो रहा है.

बंगले में भी तैनात है गनमैन

मुकेश गुप्ता के पास कुल कितनी संपत्ति है. वे कितने वैध-अवैध प्लाट और मकानों के मालिक है इसकी जानकारी ईओडब्लू ने जुटा ली है. उनका एक सरकारी आवास मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास के पास ही है. मुकेश गुप्ता के घर के बाजू में देवती कर्मा का मकान है और थोड़ी ही दूरी पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को आवास आवंटित किया गया है. फिलहाल मुकेश गुप्ता के सरकारी आवास पर दो गनमैन तैनात है. उनकी गाड़ी में भी एक गनमैन रहता ही है. नियमानुसार निलंबित आईपीएस गुप्ता के पास से गनमैन और वाहन की सुविधा हटा ली जानी चाहिए थीं, लेकिन वे अब भी इसका लाभ ले रहे हैं. पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी का कहना है कि पहले चार गनमैन थे, लेकिन निलंबित होते ही दो गनमैन हटा लिए गए हैं. सरकारी गाड़ी के इस्तेमाल के संबंध में उन्होंने कहा कि वे शुक्रवार को इसकी पूरी नियमावली देखकर आवश्यक कार्रवाई करेंगे. पुलिस विभाग के एक सेवानिवृत अफसर जो इन दिनों दिल्ली में हैं ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि निलंबित अफसर को राज्य स्तरीय सुरक्षा समिति के निर्देश के बाद ही सरकारी वाहन और गनमैन की सुविधा दी जा सकती है, लेकिन पुलिस विभाग ने मुकेश गुप्ता को गनमैन की सुविधा शायद इसलिए दे रखी है ताकि वे स्वयं होकर यह आरोप न लगा दें कि सरकार उनकी जान लेना चाहती है. नक्सलियों ने अटैक कर दिया आदि-आदि.

राजेश टोप्पो ने भी नहीं लौटाई गाड़ी

इधर पत्रकारों की सेक्स सीडी बनाने के खेल में लगे राजेश सुकुमार टोप्पो पर भले ही ईओडब्लू ने मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन खबर है कि उन्होंने भी गाड़ी क्रमांक सीजी 02- 9333 जनसंपर्क विभाग को वापस नहीं लौटाई है. टोप्पो अभी मंत्रालय में अटैच है और उनके पास कोई विभाग भी नहीं है बावजूद इसके वे सरकारी गाड़ी लेकर घूम रहे हैं. इतना ही नहीं विभाग के दो वाहन चालकों की सेवाएं भी वे ले रहे हैं.

ये भी पढ़ें...