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क्या नान का पैसा पहुंचा था अंतागढ़ में

क्या नान का पैसा पहुंचा था अंतागढ़ में

रायपुर. क्या सच में नान घोटाले के पैसे का इस्तेमाल अंतागढ़ उपचुनाव में प्रत्याशियों को मैदान से हटाने के लिए किया गया था. अपना मोर्चा डॉट कॉम के पास सात सितम्बर 2014 की डायरी का एक पन्ना हाथ लगा है. इस पन्ने को मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी के समक्ष जांच के लिए प्रस्तुत किए जाने का दावा भी किया जा रहा है. इस पन्ने में एक बारिक को छोड़कर बाकी सब नाम कोड में हैं. एक जगह किसी हाउस का उल्लेख करते हुए रकम का उल्लेख किया गया है. एक जगह लोकल शब्द लिखा हुआ है. इसके आगे एमपी एंड एफएस / एजे लिखा गया है. कयास लगाया जा रहा है कि एफएस का मतलब अंतागढ़ मामले की स्टिंग करने वाले फिरोज सिद्की है. जब हमने फिरोज से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि वे डायरी के पन्नों में हैं या नहीं इसकी जानकारी अगर एसआईटी चाहेगी तो वे अवश्य देना चाहेंगे. बहरहाल डायरी के पन्ने पर उल्लेखित आकंडों को देखकर हर कोई यह सोचने के लिए मजबूर हो सकता है कि छत्तीसगढ़ को किस बुरी तरह से लूटा गया है.

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